ध्यान शिविर में क्या होगा खास?
शिविर का संचालन स्वामी ध्यान आकाश द्वारा किया जाएगा। इसमें ओशो द्वारा बताई गई ध्यान विधियाँ जैसे कुंडलिनी ध्यान, नादब्रह्म, डाइनामिक ध्यान और विपसना का अभ्यास कराया जाएगा।12 मई को विशेष विपसना सत्र
बुद्ध पूर्णिमा के दिन विपसना ध्यानसांसों को साक्षी भाव से देखना, निर्विचार स्थिति और आत्म-जागरूकता जैसे पहलुओं को अनुभव करेंगे।कहाँ और कैसे भाग लें?
शिविर में भाग लेने के लिए इच्छुक साधक गाडरवारा के ओशो लीला आश्रम पहुंच सकते हैं। आश्रम के संचालक स्वामी राजीव जैन और मीडिया प्रभारी स्वामी राजेश नीरस ने बताया कि यह शिविर सभी के लिए निशुल्क है, और कोई भी ध्यान प्रेमी भाग ले सकता है।ओशो ध्यान विधियों के लाभ
इन ध्यान तकनीकों के अभ्यास से व्यक्ति को मानसिक शांति, तनाव से मुक्ति और आध्यात्मिक गहराई प्राप्त होती है। यह शिविर आधुनिक जीवन की व्यस्तता में संतुलन लाने का सुंदर माध्यम है।अन्य खबरें
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